भारी बारिश के चलते 5 सितम्बर तक रोकी गई थी यात्रा
देहरादून: उत्तराखण्ड में पिछले दिनों हुई भारी वर्षा और जलभराव की स्थिति को देखते हुए चारधाम यात्रा को 1 सितम्बर से 5 सितम्बर 2025 तक स्थगित कर दिया गया था। मौसम विज्ञान विभाग, हाईड्रोमेट डिविजन, नई दिल्ली द्वारा जारी अलर्ट के आधार पर शासन और जिला प्रशासन ने यह निर्णय लिया था, ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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चारधाम यात्रा प्रबंधन एवं नियंत्रण संगठन (SEOC-USDMA) द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि 6 सितम्बर 2025 से चारधाम यात्रा का पंजीकरण और संचालन पुनः शुरू कर दिया गया है। श्रद्धालुओं को अब पुनः यात्रा के लिए अनुमति मिल गई है और पंजीकरण प्रक्रिया सामान्य रूप से की जा रही है।
जिलाधिकारियों को मिली अधिकारिक छूट
विज्ञप्ति में स्पष्ट किया गया है कि उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों के जिलाधिकारी स्थानीय परिस्थितियों और मौसम की स्थिति को देखते हुए यात्रियों के आवागमन या यात्रा को रोकने संबंधी निर्णय अपने स्तर पर ले सकेंगे। इससे आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित निर्णय लेने में आसानी होगी और यात्रियों की सुरक्षा और अधिक मजबूत होगी।
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चारधाम यात्रा प्रबंधन एवं नियंत्रण संगठन ने यात्रियों से अपील की है कि वे मौसम की जानकारी लेकर ही यात्रा पर निकलें और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें। यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए प्रशासन लगातार निगरानी और प्रबंधन कर रहा है।